पौड़ी / देहरादून : विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर आज राजभवन, उत्तराखण्ड से राज्यपाल उत्तराखण्ड बेबी रानी मौर्य द्वारा स्पर्श सैनेटरी नैपकीन वितरण कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारम्भ किया गया। राजभवन से राज्यमंत्री महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग एवं पशुपालन एवं मत्स्य विभाग, दुग्ध विकास, उत्तराखण्ड रेखा आर्य तथा समस्त जनपदों से जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुडे़ हुए थे। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि यह एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने किशोरियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि माहवारी एक शारीरिक प्रक्रिया और इसमें हीन भावना मन में नहीं होनी चाहिए। कहा कि माहवारी के समय सैनेटरी नैपकीन का प्रयोग करने एवं साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है, अधिक से अधिक बच्चियों एवं महिलाओं को इसके प्रति जागरूक/प्रोत्साहित करें। इसमें स्वयं सेवी संस्थाएं भी आगे आयें और सरकारी तंत्र भी पूरा सहयोग करें।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि सैनरेटरी नैपकीन वितरण हेतु महिला को नोडल अधिकारी नामित करें, जो समय-समय पर सूचना उपलब्ध करायें। साथ ही निर्देशित किया कि राजभवन से कोरोना संक्रमण बचाव हेतु जो भी राहत सामाग्री भेजी जा रही है उसके लिए नोडल अधिकारी नामित करें, जो सामाग्री उचित स्थान पर पहुंच रही है और उसका सही उपयोग हो रहा है आदि की रिर्पोट उपलब्ध करा सके। साथ ही निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमण काल में अनाथ हुई बच्चियों की सूची उपलब्ध करायें, ताकि उनकी पढ़ाई, भोजन आदि की व्यवस्था की जा सके और उन्हें गुमनामी व गलत रास्ते पर चलने से बचाया जा सके।
जनपद से जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने स्पर्श‘‘ सैनेटरी नैपकीन वितरण शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने किशोरियों से कहा कि माहवारी एक प्राकृतिक नैसर्गिक शारीरिक प्रक्रिया है, इससे घबराने की जरूरत नहीं है और न ही इसके आने पर आत्मग्लानि की भावना मन में हो, इसको खुलकर स्वीकार करें। कहा कि माहवारी के समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और सकारात्क सोच रखें। कहा कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य व मंत्री रेखा आर्य द्वारा जो जानकारी दी गई है, उस जानकारी को अधिक से अधिक अन्य किशोरियों एवं महिलाओं को भी दें। उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, शरीर में पर्याप्त आइरन की मात्रा हो, हिमोग्लोबिन कम नहीं होना चाहिए, इसके लिए दूध, पालक, नींबू, चुकन्दर, हरी सब्जियों के साथ ही अगर नाॅनवेज लेते हैं, तो अण्डा, मछली आदि सन्तुलित मात्रा में आहार लें।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने मीना मंच का उदाहरण देते हुए कहा कि अपने स्कूल में इस मंच की शुरूआत कर सकते हैं, जिसमें एक गु्रप बनाकर माह में एक बार इसमें चर्चा कर सकते हैं और डायरी अपडेट कर सकते हैं। कहा कि मीना मंच बालिकाओं का एक सोशल प्लेट फार्म है, जिसमें माहवारी, गृह कार्य, बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की सफलता की जानकारी, भविष्य में क्या बनना चाहते हैं आदि पर चर्चा की जाती है। इससे बालिकाओं को प्रेरणा मिलती है और उनमें आत्मविश्वास की भावना जागृत होती है।
विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर आज विकास भवन पौड़ी से ‘‘जिलाधिकारी द्वारा 08 किशोरियों को सैनेटरी नैपकीन वितरित किये गये। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि शुभारम्भ के अवसर पर जनपद के आस-पास के ब्लाॅकों को 500 सैनेटरी नैपकीन वितरण हेतु उपलब्ध कराये जा रहे हैं और यह कार्यक्रम आगे भी निरन्तर जारी रहेगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेन्द्र कुमार सहित किशोरियां उपस्थित थे।
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