posted on : नवम्बर 10, 2021 10:09 पूर्वाह्न
कोटद्वार : उत्तराखंड राज्य के 21 वे स्थापना दिवस के अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉक्टर हरक सिंह रावत के कार्यालय में राज्य स्थापना दिवस का मनाया गया | इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण भट्ट ने की| इस अवसर पर आंदोलन से जुड़े हुए आंदोलनकारियों ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि राज्य प्राप्ति का आंदोलन एक आंदोलन नहीं एक जुनून था वह एक ऐसा सपना था जो कि खुली आंखों से देखा जा रहा था और उसे पूरा करने के लिए प्रत्येक उत्तराखंडवासी अपना सब कुछ निछावर करने को तैयार था और निछावर कर चुका था, जो इस बात का प्रमाण था कि राज्य प्राप्ति से कम कुछ मंजूर नहीं होगा उसी के बदौलत भारत रतन अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री काल में 9 नवंबर 2000 में उत्तराखंड वासियों को अपना राज्य प्राप्त हुआ, जिस राज्य प्राप्ति की लड़ाई में सैकड़ों लोगों ने अपने प्राण निछावर किए हमारी मातृ शक्ति ने अत्याचार सहे युवाओं ने अपने प्राण गवाएं पुलिस के अत्याचार सहे है, तब जाकर यह राज्य हमें प्राप्त हुआ, इसलिए हम सब की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि राज्य की दिशा और दशा सही मार्ग पर चलें| हम सब को एकजुट होकर कर प्रयास करने चाहिए ऐसे लोगों से राज्य को बचा के रखना है जो राज्य बनने के खिलाफ थे और आज राज्य की दिशा सही मार्ग पर जाए उसके खिलाफ खड़े हैं |
कार्यक्रम का संचालन धर्मवीर सिंह गुसाई ने किया, वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण भट, जनसंपर्क अधिकारी चंद्रप्रकाश नैथानी, विशेष कार्यअधिकारी कुलदीप रावत,रामकुमार अग्रवाल,संग्राम सिंह भंडारी, मनोज लखेडा, मुन्नालाल मिश्रा, राकेश मित्तल, कैप्टन गजेंद्र मोहन, विजय लखेडा, संग्राम सिंह भंडारी,करमचंद प्रजापति, विकास महेश्वरी,हरि सिंह पुंडीर,बृजपाल राजपूत, सुभाष पांडे,नरेंद्र चौहान, भाजपा के पूर्णकालिक विस्तारक प्रदीप सैनी ने अपने विचार व्यक्त किए