कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…
रुद्रप्रयाग : कहते यदि ठान लिया जाए तो दुनिया मे कोई भी काम असम्भव नही कुछ ऐसा ही कुछ कर दिखाया है रुद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार तहसील के गांव भरतपुर निवासी शिक्षक दंपति नवीन सेमवाल और उनके धर्मपत्नी रमा सेमवाल ने। यद्यपि दोंनो पेशे से शिक्षक हैं। किन्तु प्रकृति के प्रति उनके प्रेम से दोनों ने कुछ अलग करने करने की ठानी। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर दोनों ने मिलकर 100 से अधिक पौधे लेकर वृक्षारोपण किया।
शिक्षक नवीन सेमवाल बताते हैं, कि पूर्व से ही वह वृक्षारोपण करते आये हैं कभी लघु स्तर पर कभी वृहद स्तर पर, श्री सेमवाल कहते हैं कि पुराने लगाए हुए पेड़ों को जब बड़ा होते हुए देखते हूं, लोग जब उन फलाहारी वृक्षों से फल लेते हैं तो आत्मीय सुख मिलता है। जिससे उन्हें प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा केवल वृक्षारोपण करने से हमारे कर्तव्यों की इति श्री नही होती लगाए गए वृक्षों का संरक्षण एवम संवर्धन भी आवश्यक है।उन्होंने सभी से पर्यावरण संरक्षण की अपील की। शिक्षिका रमा सेमवाल बताती हैं कि प्रकृति हमारा परिवार है पेड़ पौधे हमारे परिवार के सदस्य हैं उनका ख्याल रखना भी हमारा दायित्व है। वृक्षारोपण कर्यक्रम में सम्मिलित ग्राम प्रधान नरेंद्र सजवाण कहते हैं, कि शिक्षक दंपति स्थानीय लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत है, इसी कारण क्षेत्र के युवा , छात्र छात्राएं स्थानीय लोग इस मुहिम से जुड़ रहे हैं। सरपंच नरेंद्र सजवाण ने शिक्षक दम्पति की सराहना करते हुए कहा शिक्षक दम्पति लगातर पूर्व से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर स्थानीय लोगों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं।
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