देहरादून : देवभूमि की देवदूत SDRF उत्तराखण्ड में लगातार मदद करती नजर आ रही है. प्रतिदिन ही कोविड महामारी के कहर से पीड़ित परिजन शवों के साथ रायपुर श्मशान में पहुँचते है, और दाह संस्कार करते है, जहां तक शव को पहुँचाने एवम दाह संस्कार करने में SDRF पुलिस हर सम्भव प्रयास करती है SDRF उत्तराखंड पुलिस परिजनों की इस तीक्ष्ण वेदना को समझती है और हर प्रकार से इसे न्यून करने के लिए प्रयासरत है.
नए प्रयासों में बल के द्वारा ऐसे सामाजिक संगठन जो अलग अलग प्रकार से सहायता करना चाहते है किंतु स्पष्ट पथ न होने से मदद नही कर पा रहे थे, के सहयोग से SDRF सभी शवों के धार्मिक रीति रिवाजों से दाह संस्कार के लिए दाह संस्कार सामग्री पहुँचा रही है जिसमे बड़ी संख्या में दाह संस्कार के दौरान प्रयोग होने वाली सामग्री और हांडी (मिट्टी की मटकी जो तिल इत्यादि) देहरादून स्थित रायपुर श्मशान घाट में पहुँचाई गयी है, अनेक परिजन जो धार्मिक रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार के लिए सामग्री हेतु भटक रहे थे ओर परेशान थे, उस दर्द को कम करने का यह प्रयास किया गया है धार्मिक मान्यताओं के साथ अंतिम संस्कार हेतु पण्डितजनो से भी SDRF के द्वारा इस कार्य मे सहयोग मांगा गया, जिस में आगे आकर सहयोग प्रदान करते हुए दीपक तिवारी और अतुल मिश्रा सभी शवों का रीति रिवाजों के साथ विधिक मान्यताओं से अंतिम संस्कार कर रहे हैं, प्रक्रिया के दौरान कोविड SOP गाइडलाइंस का भी पूर्णतः पालन किया जा रहा है।
ज्ञातव्य हो कि सामाजिक संगठनों की मदद से ही SDRF टीम घाटों में शवों के साथ आये परिजनों को भी लगातार पानी की बोतल वितरित कर रही है, उसके अतरिक्त सम्पूर्ण उत्तराखंड में कोविड संक्रमित शवों के दाह संस्कार हेतु जनपदवार टीमो की नियुक्ति की गई है वर्तमान समय तक 120 से अधिक कोविड संक्रमित शवों का दाह संस्कार SDRF बल द्वारा किया गया है। पूर्वतः सहायता के क्रम में SDRF सेनानायक नवनीत भुल्लर द्वारा शव के दाह संस्कार हेतु साथ आये परिजनों के सहयोग के लिए यह नव पहल की गई है।
Discussion about this post