चमोली : उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण उच्च न्यायालय नैनीताल के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चमोली के पैरा लीगल वाॅलटिंयर (पीएलवी) द्वारा कोविड-19 महामारी के बचाव हेतु जनपद के दूरस्थ गांवों में सराहनीय कार्य किए गए। सिविल जज (सी.डि.)/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि दूरस्थ गांव क्षेत्रों में पीएलवी के माध्यम से लोगों को कोविड के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही जिन लोगों को राशन या अन्य जरूरत थी ऐसे लोगों को चिन्हित कर प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई। गांव क्षेत्रों में बीमार व्यक्तियों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देते हुए जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद की गई। दूरस्थ गांवों में 45 से 60 वर्ष के अशिक्षित व्यक्तियों तथा 18 प्लस के नौजवानों को वैक्सीनेशन करने हेतु रजिस्ट्रेशन करना हो अथवा लोगों को वैकसीनेशन सेंटर तक जाने के लिए प्रेरित करने में भी अभूतपूर्व कार्य पीएलवी द्वारा किए गए।
पैरा लीगल वाॅलटिंयर के इसी तरह के जोखिम पूर्ण कार्यो को देखते हुए उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल द्वारा निर्देश दिए गए है कि ग्राम स्तर पर गठित ग्राम पंचायत कोविड माॅनिटरिंग कमेटी में पीएलवी को भी सम्मलित किया जाए। फलस्वरूप ग्राम पंचायत कोविड माॅनिटरिंग कमेटी के माध्यम से पीएलवी गणों द्वारा गांवों में दवाईयों का वितरण कर इस महामारी से निपटने में प्रशासन का सहयोग किया जा रहा है। आज भी जब कोविड महामारी पर कुछ हद तक नियंत्रण हुआ है तो पीएलवी द्वारा अपने गांवों व क्षेत्र से बाहर निकलकर इस महामारी में मृतकों की संख्या एवं महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले नाबालिक बच्चों को चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है, ताकि ऐसे बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके।
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