posted on : अगस्त 31, 2022 4:39 अपराह्न
उत्तरकाशी : उत्तरकाशी में निर्मल गंगा संघर्ष महाभियान समिति के नेतृत्व में साधु-संतों व हिन्दू संगठनों ने गंगा यमुना तटों व काशी क्षेत्र में संचालित बूचड़खानों को प्रतिबंधित करने हेतु गंगा जागृति यात्रा निकाली, यात्रा काशी विश्वनाथ मंदिर से प्रारंभ होकर मेन बाजार कोर्ट रोड होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। साथ ही जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए तत्काल प्रभाव से एक सप्ताह के भीतर बूचड़खानों को पूर्ण प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर आन्दोलन की चेतावनी भी दी।
अभियान के संयोजक सूरज डबराल ने कहा कि यदि प्रशासन इन बूचड़खानों को एक सप्ताह के भीतर पूर्ण रूप बंद नहीं करता है तो सम्पूर्ण संत समाज हिन्दू संगठनों के साथ मिलकर इस अभियान को आंदोलन का रूप देखा, जिसको संभालना प्रशासन के मुश्किल होगा। संत समाज के अध्यक्ष स्वामी सच्चिदानंद महाराज जी ने प्रशासन को चेताते हुए कहा, कि जिला प्रशासन विधर्मियों के साथ मिलकर सनातन संस्कृति का अपमान कर रहा है, जिसे संत समाज बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं अभियान के योजना प्रमुख जितेन्द्र चौहान जिला प्रशासन पर भारत सरकार की नियमावली व कोर्ट के आदेशों का पालन न करने का आरोप लगाते हुए, बताया कि यह सभी बूचड़खाने जिला प्रशासन की सय पर संचालित किए जा रहे हैं व मां गंगा के पवित्र जल को दूषित किया जा रहा है इस षणयंत्र में प्रशासन भी सम्मलित है जिसे हिन्दू समाज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। यात्रा श्री राम सेवा दल की अध्यक्षा किरन पंवार, गीता गैरोला, संत समाज के सचिव गिरजानंद महाराज, स्वामी बाल मुकुंद दास, सुधा गुप्ता, ऊषा भट्ट ,सरिता पडियार, महावीर नेगी, चैन सिंह चौहान, शिवानंद चमौली, नरेश, मीरा उन्याल के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता साधु-संत मौजूद रहे।