posted on : जून 23, 2021 6:15 अपराह्न
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश सरकार पर कोरोना से निबटने में विफलता का आरोप लगाते हुए अव्यवस्थाओं के चलते कोरोना से हुई मौतों के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की पूर्व सूचना के बाद भी प्रदेश सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पुख्ता इंतजाम न करने से कई लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी यहां तक खराब स्वास्थ्य सेवाओं के चलते डाक्टर भी विचलित होते देखे गये है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने विधानसभा कोटद्वार में बेस हास्पिटल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए क्षेत्रीय विधायक हरक सिंह रावत को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विगत साढे चार सालों में बेस हास्पिटल की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सेवाऐं लडखडाती नजर आयी। कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए क्षेत्रीय विधायक को बगैर सुविधाओं के ही आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट एवं आईसीयू का उद्घाटन कर दिया गया, इससे पहले यदि उक्त ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट एंव आईसीयू को स्थापित कर दिया जाता तो कोरोना से होने वाली मौतों को रोका जा सकता था।
कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उनके अथक प्रयास से आधुनिक सुख सुविधा युक्त बेस हास्पिटल बनकर तैयार हो गया था, जिसमें पर्याप्त मात्रा में डाक्टरों सहित मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति कर दी गयी थी, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद बेस हास्पिटल से बड़ी मात्रा में डाक्टरों को दूसरे जगह स्थानांतरित कर दिया गया, तथा साढे चार तक हास्पिटल की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने प्रदेश सरकार को सलाह देते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अभी से तैयारी करते हुए हास्पिटलोें मे पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन, बेड, वैंटीलेशन, आईसीयू सहित पर्याप्त मात्रा में डाक्टरो व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती सुनिश्चित की जाय। ताकि कोरोना की तीसरी लहर से लोगों को बचाया जा सके।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने क्षे़त्रीय विधायक हरक सिंह रावत की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खडे करते हुए कहा कि विगत चार सालों में क्षेत्रीय विधायक ने कोटद्वार विधानसभा की कोई सुध लेनी की जरूरत तक नहीं समझी है, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोटद्वार विधानसभा के लिए स्वीकृत मेडिकल कालेज की भूमि को श्रम विभाग में स्थातानांतरित करते हुए मेडिकल कालेज निर्माण के मार्ग को अवरूद्ध करने का प्रयास किया गया, जबकि श्रम विभाग कोई मेडिकल कालेज बनाता ही नहीं है, उन्होने कहा कि वर्तमान में भाबर में स्वीकृत मेडिकल की भूमि पर खननकारियों का अड्डा बना हुआ है, तथा मेडिकल की भूमि पर खननकारियों ने कई फीट गहरे गढ्ढे बना दिये है, कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता करने के बाद कुछ भूमि को मेडिकल के नाम से वापिस करवाया गया लेकिन अभी भी कुछ भूमि श्रम विभाग के नाम पर ही चल रही है, जिससे क्षेत्रीय विधायक के मसूबों का पता चलता है।
उन्होंने कोरोना संक्रमण काल में छोटे व्यापारियों व प्रभावित लोगों को आर्थिक पैकेज दिये जाने की मांग करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण काल में कई लोगों की रोजी रोटी प्रभावित हुई है, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जब केन्द्र सरकार ने कोरोना को आपदा घोषित कर दिया गया है तो आपदा में पीडितों को आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए। इसके अलावा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत मेडिकल कालेज का शीघ्र निर्माण करवाये जाने की भी मांग की गयी है। इस मौके पर महापौर श्रीमती हेमलता नेगी, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष श्रीमती शकुंतला चैहान, धीरेन्द्र सिंह बिष्ट, साबर सिंह नेगी, बलवीर सिंह रावत, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अमित राज सिंह, छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशू बहुखंडी, राजेन्द्र गुसांई, सुनील दत्त सेमवाल, कृपाल सिंह, राजा आर्य सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
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