पौड़ी : जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने आज विकास भवन सभागार, पौड़ी में जिला उद्योग मित्र की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उद्यमियों की समस्याओं, विशेष एकीकृत औद्योगिक प्रोत्साहन नीति, विद्युत प्रतिपूर्ति दावे, एम.एस.एम.आई. नीति के अंतर्गत उपादान प्रस्ताव पर स्वीकृति, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की प्रगति तथा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की प्रगति पर चर्चा की गयी।
जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने संबंधित विभागों और बैंकों को निर्देशित किया कि स्वरोजगार से जुड़ी सभी योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करें तथा विभिन्न योजनाओं में ऋण के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों के आवेदन पत्रों की भली-भाँति जांच कर लें। उन्होंने कहा कि ऋण संबंधी लंबित प्रकरणों के निस्तारण हेतु एक सप्ताह के अंदर सभी संबंधित विभागों की बैठक आयोजित करें, जिसमें बैंक के अधिकारियों को भी शामिल करें। जिलाधिकारी ने अधिकांश विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं में निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष क्रमिक रोजगार सृजन कम होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बैंकों द्वारा लगाई गई आपत्तियों एवं अन्य जो भी दिक्कतें हैं, उनको बिंदुवार बनाकर शीघ्र निस्तारण करना सुनिश्चित करें। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल कोटद्वार में बार-बार जंगली जानवरों के हमलों को देखते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि जंगल की ओर से घेरबाढ़ करवाना सुनिश्चित कर लें।
अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत जनपद में कुल 802 लोगों को रोजगार दे दिया गया है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में 250 लक्ष्य के सापेक्ष 1012 आवेदन प्राप्त हुए, 911 आवेदन बैंकों को प्रेषित किए गए, जिनमें से 361 स्वीकृत हुए। बताया गया कि एम.एस.वाई. में पौड़ी जनपद राज्य में प्रथम स्थान पर है।
बैठक के पश्चात् लघु उद्यम, हथकरघा एवं हस्तशिल्प श्रेणी में जनपद स्तरीय पुरस्कार के विजेताओं का चयन कर उन्हें सम्मानित किया गया। सूक्ष्म एवं लघु उद्योग में प्रथम पुरस्कार मै. रेनबो पेशन ग्रोथ सेंटर सिगडडी कोटद्वार को आयुर्वेदिक सौंदर्य प्रसाधन के लिए तथा द्वितीय पुरस्कार मै. विनायक पैकेजिंग इंडस्ट्रीज कोटद्वार को कोरोगेटेड बॉक्सेस के लिए प्राप्त हुआ। हस्तशिल्प में प्रथम स्थान मै. बालाजी हैंडीक्राफ्ट उद्योग श्रीकोट गंगानाली को लकड़ी के मंदिर के लिए तथा द्वितीय स्थान मै. ब्रिलिएन्ट बेंबो ग्रांस्टनगंज कोटद्वार को बांस से बने उत्पाद के लिए दिया गया। जिलाधिकारी ने विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्थानीय मंदिरों को भी मॉडल के रूप में कास्ट से निर्मित करें और स्थानीय लोगों को भी इस काष्ठ कला से जोड़ें।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक अनूप काला, परियोजना निदेशक संजीव कुमार रॉय, महाप्रबन्धक उद्योग केन्द्र कोटद्वार मृत्युजंय सिंह, मुख्य कोषाधिकारी लखेन्द्र गौंथियाल, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार तोमर, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, सहायक कृषि अधिकारी मोहन सिंह भंडारी, अधि.अधि.नगरपालिका पौड़ी प्रदीप बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।