पौड़ी : जनपद में बर्ड फ्लू के मद्देनजर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने पशुपालन, वन तथा सभी उप जिलाधिकारियों को एहतियाद बरतने के निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि शासन ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिला स्तर पर समितियों का गठन किये जाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केरल में बर्ड फ्लू का प्रकोप बड़ा है। उससे उत्तराखण्ड राज्य भी अछूता नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि जनपद के कोटद्वार तहसील क्षेत्रांतर्गत कुक्कुट पक्षियों की मुत्यू की सूचना प्राप्त हुई है। इसे रोकने के लिए जिला स्तर पर पशुपालन, वन तथा सभी उप जिलाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यही नहीं जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर एक नियंत्रण कक्षा स्थापित कर दूरभाष नंबरों की सूचना सभी संबंधितों को उपलब्ध कराने को कहा है। कहा कि बर्ड फ्लू की पक्षियों में आशंका व संभावना होने के संबंध में किसी भी प्रकार की सूचना को राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष को प्रेषित की जाय। उन्होंने कहा कि अति आवश्यक होने पर पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री तथा वन विभाग द्वारा वन्य पक्षियों व प्रवासी पक्षियों के सेम्पल्स को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान को अविलंब प्रेषित किया जाए। इसके अलावा सीरम सेम्पल्स/क्लोएकल स्वाब के परिणामों की निरंतर समीक्षा करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि जनपद में कई प्रवासियों द्वारा रिवर्स पलायन कर पोल्ट्री व्यवसाय को प्रारंभ किया गया है। उनके इस व्यवसाय में किसी भी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न पड़े इसके लिए उन्होंने समाचार पत्रों व अन्य प्रचारक माध्यमों से उनमें भ्रांतियों को फैलने से रोकने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में स्थित व्यवसायिक कुक्कुट पालकों, स्थानीय निकाय तथा कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों को भी टीम में शामिल करने को कहा है। साथ ही जिलाधिकारी ने मध्य प्रदेश, हिमाचल व हरियाणा से आने वाले अंडे व कुक्कुट पक्षियों को राज्य व जनपद की सीमाओं पर चैकपोस्ट लगाकर रोकने के निर्देश दिये हैं।
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