posted on : नवम्बर 6, 2021 9:09 अपराह्न
कोटद्वार। उत्तराखंड नवनिर्माण सेना के सदस्यों ने कण्वाश्रम को राष्ट्रीय तीर्थ के रूप में विकसित करने की मांग को लेकर मालिनी नदी के तट पर धरना प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष डॉ शक्तिशैल कपरवाण ने कहा कि कण्वाश्रम जहां भरत का जन्म हुआ और जिसके नाम से हमारे देश का नाम भारत पड़ा, ऐसे राष्ट्रीय एकता अखंडता का संदेश देने वाला पौराणिक ऐतिहासिक स्थान आज भी उपेक्षित है। कहा कि कण्वाश्रम को राष्ट्रीय तीर्थ बनाने से एक ओर जहां राष्ट्रीयता को शक्ति मिलेगी वहीं दूसरी ओर भाबर सहित समूचे कोटद्वार का विकास होगा। कई स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इसलिए केंद्र व राज्य सरकार को इस संबंध में शीघ्र कदम उठाए जाने की जरूरत है। इस दौरान संगठन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी पितृ शरण जोशी को उत्तराखंड नवनिर्माण सेना का महानगर कोटद्वार का संयोजक बनाया गया। प्रदर्शन करने वालों में गोंविद डंडरियाल, सुरेश पटवाल, प्रवेश नवानी, दर्शन सिंह नेगी, दीपक कुकरेती, महेश चंद्र, प्रभाकर ध्यानी, जगमोहन राणा, बलबीर सिंह रावत, इंदू नौटियाल, बृजमोहन काला, सतेंद्र नेगी, प्रकाश बमराडा, द्वारिका काला, नंदकिशोर थपलियाल आदि शामिल रहे।