posted on : नवम्बर 19, 2021 5:52 अपराह्न
कोटद्वार। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने को आंदोलनकारी किसानों के बलिदान एवं कांग्रेस पार्टी के संघर्ष की जीत बताया। कहा कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल तथा प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी कृषि कानूनों के विरोध में मजबूती से किसानों के पक्ष में खड़ी थी, तथा लगातार किसानों के आंदोलन तथा जायज मांगों का समर्थन करते हुए संघर्ष कर रही थी, जिसके परिणाम स्वरूप आखिरकार मोदी सरकार को झुकना पड़ा तथा काले कानूनों को वापिस लेने की घोषणा करनी पड़ी, कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही किसानों के पक्ष में खडी रही है, लेकिन केन्द्र में सत्तासीन भाजपा सरकार ने घमंड एवं तानाशाही रवैया दिखाकर किसान आंदोलन को कुचलने का कुत्सित प्रयास किया। जिससे पूरे आंदोलन में लगभग आठ सौ अधिक किसानों की मौत हो गयी है, जिसका जिम्मेदार केन्द्र में सत्तासीन भाजपा सरकार है। कहा कि जब भी केन्द्र सरकार जनविरोधी निर्णय लेगी कांग्रेस विपक्षी पार्टी की अहम भूमिका निभाते हुए केन्द्र सरकार के जनविरोधी नीतियों की खिलाफत करती रहेगी।