कोटद्वार । कालागढ़ टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में निर्माणाधीन टाइगर सफारी का प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने निरीक्षण किया। इस दौरान प्रमुख वन सरक्षक मीडिया से भी दूरी बनाई रखी। निर्माणधीन टाइगर सफारी के आसपास किसी भी मीडिया कर्मी को नहीं जाने दिया गया। विगत दिनों में उच्च न्यायालय ने कार्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में निर्माण कार्यों को लेकर उठी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए प्रमुख वन संरक्षक को इस संबंध में 9 नवंबर तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे। बता दें कि कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट की पाखरो रेंज में 106 हेक्टियर में बन रही टाइगर सफारी का सितंबर माह में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की टीम निरीक्षण किया था, केंद्र को सौंपी रिपोर्ट में टीम ने टाइगर सफारी क्षेत्र में अवैध निर्माण के साथ ही अवैध पातन की बात भी कही थी। वही संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी की थी। जिस पर प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखण्ड ने पाखरो रेंज के रेंजर को सस्पेंड भी कर दिया था।
समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का उच्च न्यायालय ने स्वत संज्ञान लिया और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, प्रमुख वन संरक्षक, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक व पार्क निदेशक को नोटिस जारी कर 9 नवंबर तक मामले में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए है। जिस पर शनिवार को प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी देहरादून से कालागढ़ टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज पहुंचे और उन्होंने पाखरो रेंज में निर्माणधीन टाइगर सफारी का गहनता से निरीक्षण किया।