देहरादून : उत्तरांचल विश्वविद्यालय की विधि संकाय लाॅ काॅलेज देहरादून में चतुर्थ राष्ट्रीय यूथ पार्लियामेन्ट का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने किया। दो दिन तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम में देश के विभिन्न विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों के 150 युवा सांसद प्रतिभाग कर रहे हैं। आयोजकों द्वारा भारत की पार्लियामेन्ट, उत्तराखण्ड विधान सभा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, व संयुक्त राष्ट्र महासभा का गठन किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होनें छात्रों से बहुत कुछ सीखा है। विधायीका, कार्यपालिका व न्यायपालिका का उचित समन्वय किसी भी देश में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है। कहा कि किसी भी देश, प्रदेश व संस्थान के चैमुखी विकास के लिए लीडर का विजनरी होना जरूरी है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को एक अनूठी मिसाल बताया। डिजीटल क्रांति, डायरेक्ट बेनिफिट योजना, इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति, मूलभूत सुविधाओं के उदाहरण दिये। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति संवेदनशील व ऊर्जावान विधायक यदि विधि का ज्ञान भी रखता है तो वह अपन क्षेत्र में अविश्वसनीय परिवर्तन ला सकता है।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर विवि कुलाधिपति जीतेंद्र जोशी ने विधानसभा अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। विवि उपकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा ने कहा कि राजनीति युवाओं का एक सर्वाधिक पंसदीदा विकल्प बनता जा रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित युवा संसद युवाओं में स्वस्थ राजनीतिक परम्पराओं को स्थापित करने व समकालिन राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दों को समझने में कारगर साबित होती है। इस मौके पर कुलपति प्रो. धरम बुद्धि, डॉ. अभिषेक जोशी, एससी शर्मा, डॉ. प्रदीप सूरी, डॉ. एसडी पाण्डेय, डॉ. एमपी सिंह, डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. बाबू डी, केबी पोखरियाल, डॉ. पूनम रावत, डॉ. जीतेन्द्र सिन्हा, मनीष बडोनी, डॉ. सोनल शर्मा, आशुतोष कुमार आदि मौजूद थे।