हरिद्वार : आम आदमी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश उपाध्यक्ष ओपी मिश्रा के नेतृत्व में बैरागी कैम्प पहुँचकर प्रसाशन द्वारा बैरागी कैम्प स्थित 2009 से बने मंदिरों को ध्वस्त करने की प्रक्रिया का विरोध करते हुए इसे हिंदुओ की आस्था पर कुठारघात बताया और कहा आज जिन मंदिरों को याचिकाकर्ता की सुनवाई पर आज अवैध बताकर थोड़ा जा रहा है वहीँ सरकार और प्रसाशन तब क्यों मौन था । आज 11 वर्ष बाद इन्हें पता चला कि जिस जमीन में ये मंदिर और आश्रम बने है ये अवैध है । कुंभ में सरकार ने एक एक करोड रुपये अखाड़ों को दिए तब ये वैध थे या अवैध सरकार को ये बात भी स्पष्ट करनी चाहिए। आज डबल इंजन सरकार में देवभूमि उत्तराखंड में मंदिरों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है. आज तथाकाधित हिन्दू संगठन मौन क्यों है खुद को हिन्दू हितैषी बताने वाली सरकार बैरागियों को ये जमीन दान क्यों नही कर देती।
आम आदमी पार्टी 1986 वाली यथास्तिथि की मांग करती है और यदि ये वाकई अवैध है तो पूरी बैरागी कैम्प भूमि को सरकार और प्रसाशन खाली कराए । 200 मीटर के दायरे में बने होटल धर्मशालाएं भी हटनी चाहिए प्रसाशन को एनजीटी ओर हाई कोर्ट के इन आदेशों का पालन भी करवाना चाहिए । हिन्दू धर्म की राजनीति करनी वाली बीजेपी की आज पूरी पोल खुल चुकी है । लॉक डाउन के बाद जिस तरह साधु संत एकत्रित होकर बड़े आंदोलन की चेतावनी दे रहे है उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी । याचिकाकर्ता द्वारा लगाई गई याचिका किसी राजनीतिक षंडयत्र के तहत की गई है । जिससे धार्मिक उन्माद फैलाकर राजनीतिक लाभ लिया जा सके प्रतिनिधिमंडल में पूर्व जिलाध्यक्ष हेमा भण्डारी, जिला सचिव अनिल सती, संजू नारंग, संगठन मंत्री तनुज शर्मा, सर्कल इंचार्ज रघुवीर सिंह पंवार, अर्जुन सिंह मौजूद रहे।
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