posted on : मई 29, 2021 4:36 अपराह्न
कोटद्वार । आम आदमी पार्टी की बैठक गोविन्द नगर स्थित कार्यालय में कोविड-19 के नियमो का अनुपालन करते हुए हुई । बैठक में प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द वर्मा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार को बने हुए लगभग चार साल से अधिक समय हो चुका है किन्तु स्व0 चन्द्र मोहन सिंह नेगी संयुक्त हाॅस्पिटल कोटद्वार को बेस हाॅस्पिटल का दर्जा दिए जाने के पश्चात भी उक्त हाॅस्पिटल संयुक्त अस्पताल तो क्या राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की तरह काम कर रहा है क्योकि उक्त संयुक्त बेस अस्पताल कोटद्वार स्वास्थ्य से संबंधित मशीनों, तकनिशियनो व अन्य स्टाॅफ के साथ ही डाॅक्टरो की भारी कमी रही है किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार से पूर्व राज्य में स्थित कांग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा उक्त संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार को बेस अस्पताल का दर्जा दिया गया व पुरानी बिल्डिंग के स्थान पर बेस अस्पताल के लिए बड़ी बिल्डिंगो का निर्माण भी करवाया गया किन्तु बेस अस्पताल को दर्जा प्राप्त हो जाने के पश्चात भी उक्त कोटद्वार बेस हाॅस्पिटल डाॅक्टर्स व स्वास्थ्य से संबंधित स्टाॅफ व तकनिकी मशीनो की भारी कमी के कारण कभी भी बेस हाॅस्पिटल के मानको के अनुरूप नही रहा और जो आज भी मानको के अनुरूप भी नही है किन्तु बेस हाॅस्पिटल आज भी एक रेफर सेंटर मात्र बनकर रह गया है । जबकि कोटद्वार विधायक डाॅ. हरक सिंह रावत वर्तमान सरकार में वन मंत्री है तथा अब लगभग साढे चार वर्षो में डाॅ. हरक सिंह रावत द्वारा मौखिक रूप से उक्त बेस हाॅस्पिटल के लिए रिक्त चल रहे 203 पदों पर नियुक्तियों के मौखिक आदेश दिए है.
जबकि बेस हाॅस्पिटल का दर्जा मिलने के बाद इस अस्पताल को बेस अस्पताल के रूप में डेवलप करने व बेस अस्पताल के मानको के अनुरूप में इस अस्पताल में सभी सुविधाए व डाॅक्टर्स व अन्य स्टाॅॅफ व बेस हाॅस्पिटल के मानको के अनुसार विकसित करनेे के लिए भी कारगर कदम पिछली सरकार व वर्तमान सरकार ने नहीं उठाए है जबकि जिला पौडी गढ़वाल की लगभग 60 प्रतिशत आबादी इस बेस अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर है किन्तु उक्त बेस अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है पहाड़ व दूरगम इलाको व पहाडो से दूर आचल से आने वाले ग्रामीण आर्थिक अभाव में अन्य शहरों में महंगा इलाज नहीं करा पाते है और मजबूर होकर कोटद्वार तहसील व जिला पौडी गढ़वाल की अन्य तहसीलो से आने वाले ग्रामीण रेफर होने के बाद जैसे-तैसे कर्जा लेकर दूसरे शहरों में जाकर जैसे-तैसे अपना इलाज करा पाते है जबकि कोटद्वार में बेस अस्पताल में रखी गयी मशीने तकनीशियनो के आभाव में खराब होने की कगार पर है जबकि वर्तमान में उक्त बेस हाॅस्पिटल मानको के अनुरूप उक्त अस्पताल में डाॅक्टरो के 30 प्रतिशत पद रिक्त खाली है और नर्सिंग व फाॅर्मेसिस्ट, तकनिशियनों के लगभग 40 प्रतिशत पद रिक्त है और चतुर्थ क्लास श्रेणी के लगभग 50 प्रतिशत पद रिक्त/खाली है और उक्त बेस अस्पताल के अन्य विभागो में बड़ी संख्या में उक्त पद रिक्त है । जिस कारण उक्त बेस अस्पताल कोटद्वार अब भी पूर्व की भाति संयुक्त अस्पताल की तरह ही कार्य कर रहा है ।
प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द वर्मा ने यह भी कहा कि जब राज्य सरकार ने हाल ही में एक दिन पूर्व उत्तराखण्ड सरकार के मंत्री मण्डल की बैठक में सरकार द्वारा 12 प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित किए गए किन्तु उक्त मंत्री मण्डल की बैठक में बेस हाॅस्पिटल कोटद्वार की रिक्तियों पर पद भरने की क्यो चर्चा नहीं की गयी व तुरंत ही बेस हाॅस्पिटल की रिक्तियों को भरने हेतु कोई निर्णय क्यो नहीं लिया गया जबकि स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री तीरथ सिंह के पास ही है । प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द वर्मा ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से एक माह के अंदर बेस अस्पताल में रिक्त पदो को भरने की मांग व अपील की जिससे कोटद्वार व जिला पौडी गढ़वाल की एक बड़ी आबादी, आम आदमी, गरीब जनता को इस बेस हाॅस्पिटल का सम्पूर्ण स्वस्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके । बैठक में सेक्टर प्रभारी राजेन्द्र जजेड़ी, सह संगठन मंत्री सुबोध ममगाई, भास्कर बुढाकोटी ,अक्षय, संदीप आदि शामिल रहे।
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