कोटद्वार। द्वारीखाल ब्लॉक से अस्थमा के मरीज राजे राम उम्र 60 वर्ष को ऑक्सीजन पर बेस हॉस्पिटल कोटद्वार ला रही 108 सेवा डाडामंडी लंगुरी गांव के समीप जंगल में लगी आग की चपेट में फस गई। 108 सेवा में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन ने कंट्रोल रूम से सम्पर्क कर सहायता मांगी। लेकिन आग इतनी भयानक थी कि और नजदीक आने लगी। मरीज की हालत भी गंभीर थी। किसी तरह ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए आग की लपटों के बीच से आकस्मिक सेवा 108 को निकालकर मरीज को बेस हॉस्पिटल कोटद्वार पहुंचाया। जहां पर उसका उपचार जारी है।
108 के चालक जितेंद्र कुमार व इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सीता ठाकुर की सूझबूझ से आग की लपटों के बीच से सुरक्षित अस्थमा के मरीज को बेस चिकित्सालय तक पहुंचाया गया। 108 के चालक जितेंद्र कुमार ने बताया कि गाड़ी में ऑक्सीजन सिलेंडर चालू था। लगभग 30 मिनट तक वाहन आग की लपटों के बीच फंसा रहा, लेकिन जब हालात खराब होते गए तो जान जोखिम में डालकर वाहन को आग की लपटों के बीच से निकाला।