कोरोना संकट के बावजूद भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 10 महीनों में पूरे वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में दोगुना ऑक्सीजन का निर्यात किया। डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स के आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की भारी मांग है। मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी के कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन का कुछ घंटे का ही स्टॉक रह गया है। देश के कई अन्य राज्यों में भी यही स्थिति है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र ने राज्य में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र से मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने की मांग की थी। इसके अलावा गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और देश की कई दूसरे राज्य भी ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे हैं।
इस कमी को दूर करेने के लिए BHEL हरिद्वार को मिला बड़ा टेंडर देखें
ऑक्सीजन वितरण करने का बी.एच.ई.एल को मिला लाइसेंस। भेल की 250 लाख लीटर प्रति घंटा आपूर्ति की क्षमता है, कोरोना मरीजों के उपचार हेतु ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगा- भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड,हरिद्वार .
Discussion about this post