कोटद्वार / देहरादून : देवभूमि उत्तराखंड में SDRF देवदूत बनकर उभर रही है. जनपद पौड़ी गढ़वाल के कोटवारी कोतवाली क्षेत्र दुगड्डा के समीप एक व्यक्ति दो दिन पहले खाई में गिर गया था जिसके बाद आज सूचना मिलते ही देवदूत बनकर SDRF टीम वहां पहुंची और खाई में गिरे युवक को सकुशल रेस्क्यू कर प्राथमिक उपचार दिया. देवभूमि उत्तराखंड विषम भौगौलिक परिस्थितियों का प्रदेश है. जिसमें आज SDRF देवभूमि की देवदूत बनकर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. राज्य में मानसूनी बारिश थमने का नाम नही ले रही है। लगातार हो रही ये बारिश कई आपात परिस्थितियों की जनक है, जिनमे से एक है सड़क हादसे। बरसात के मौसम में सड़क हादसों का खतरा सबसे ज़्यादा रहता है, क्योंकि सड़को पर ऑयल, कीचड़, पानी, मलबा इत्यादि रहता है। इसके अतिरिक्त दरकते पहाड़ भी सड़क हादसों का बड़ा कारण है। इतना ही नही कई बार गड्ढों में बरसाती पानी भर जाता है और रात में यह नज़र नही आता, जिसकी वजह से सड़क दुर्घटनाएं होती है। ऐसी ही एक घटना है कोटद्वार से, जहां तैनात SDRF टीम प्रभारी उप निरीक्षक सौकार सिंह को थाना कोटद्वार से सूचना प्राप्त हुई कि दुगड्डा के पास एक गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है ।
उक्त सूचना पर SDRF टीम त्वरित रेस्क्यू हेतु घटनास्थल के लिए तुरंत रवाना हुई। घटनास्थल पर जाकर ये ज्ञात हुआ कि सड़क किनारे एक स्कूटी खड़ी है और स्कूटी सवार नीचे खाई में गिर गया है । टीम द्वारा 80 मीटर गहरी खाई से कड़ी मशकत के उपरांत घायल स्कूटी सवार को स्ट्रेचर की मदद से ऊपर लाया गया। स्कूटी सवार द्वारा बताया गया कि वह 20 जुलाई को दोपहर में स्कूटी सड़क किनारे खड़ी कर, लघु शंका हेतु गया था,जहां उसका पैर फिसल गया और वो खाई में गिर गया। उसके द्वारा लगातार आवाज़ दी गयी परंतु किसी ने उसकी अवाज़ नहीँ सुनी। सर और पैर पर चोट के कारण वह स्वयं भी बाहर न निकल नही पाया। लगभग दो दिनों तक भूखे प्यासे बारिश में वह गुहार लगता रहा परंतु कोई मदद न मिल पाई। जीवन की कोई आस नज़र नही आ रही थी कि, SDRF टीम संकटमोचक बनकर आयी।
SDRF टीम द्वारा न सिर्फ सकुशल रेस्क्यू किया गया बल्कि उचित प्राथमिक उपचार भी दिया गया। बाद प्राथमिक उपचार के घायल को 108 के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। स्कूटी सवार की पहचान उपेंद्र त्यागी उम्र 29 पुत्र जितेंद्र त्यागी, गाज़ियाबाद के रूप में हुई है। बताया गया कि वह कोटद्वार किसी निजी कार्य से आया था और हादसे का शिकार हो गया। SDRF टीम में उपनिरीक्षक सौकार सिंह, आरक्षी मनीष रौतेला, विनीत देवरानी, लक्ष्मण रावत, अनिल चौहान, आशीष रावत, पैरामेडिक अमृत रावत व उपनल चालक देवेंद्र सिंह शामिल थे।
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