posted on : मई 30, 2021 12:03 पूर्वाह्न
कोटद्वार (गौरव गोदियाल): कोरोना संक्रमण के नाजुक दौर में घर परिवार से दूर रहकर मानवता की सेवा में जुटे कोरोना योद्धाओं का जज्बा कम नहीं होने पा रहा है। कोविड अस्पताल के कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रखकर कोरोना से जंग लड़ रहे मरीजों का इलाज व देख-रेख कर रहे हैं। वहीं बेस अस्पताल, कोविड कैयर सैंटर व कुछ निजी अस्पताल के डॉक्टर व समस्त स्टाप भी कोरोना काल मे मरीजों की मदद में जुटे हैं। राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में एक महिला कर्मी कुमारी वंदना नौडियाल जो कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर तैनात है । वह भी घर से दूर रहकर जून माह से वर्तमान समय तक कोरोना संक्रमितों व उनके सम्पर्क में आये हुए लोगों का डाटा एकत्रित करने में जुटी हुई है । वर्तमान समय में वंदना राजकीय बेस चिकित्सालय के वैक्सीनेशन सेंटर में डाटा एंट्री का कार्य कर्तव्यनिष्ठा के साथ निभा रही है.
वह वैक्सीनेशन लगाने आ रहे लोगों का मोटिवेशन भी कर रहीं है । अब स्थिति यह हो गई है कि यदि वह किसी कारण बाहर भी जाती है तो लोग उन्हें पकड़कर वैक्सीनेशन के बारे में पूछने लगते हैं । वंदना परिवार में बड़े होने का फर्ज भी अदा कर रही है उनका एक छोटा भाई है जो कि अभी शिक्षा ग्रहण कर रहा है । पिछले वर्ष बीमारी के कारण उनके पिताजी का स्वर्गवास हो गया उसके बाद से वंदना ने परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले रखी है । डाटा एंट्री ऑपरेटर बंदना नौटियाल बताती है कि अधिक से अधिक लोगों को जल्दी वैक्सीनेशन हो जाए जिस कारण कई घंटों तक ओवर टाइम ड्यूटी भी करती हूं। मानवता की सेवा के लिए संक्रमण की चिंता किए बगैर दिन रात मेहनत कर रही हूं। पिछले सात माह से घर नहीं गयी। अस्पताल के करीब ही रहती हूं। आपदा के ड्यूटी टाइम से अधिक काम करना स्वास्थ्यकर्मी की जिम्मेदारी बन जाती है। जिम्मेदारी पूरी करने में सुकून मिलता है।
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