देहरादून : देवभूमि उत्तराखण्ड में देवदूत साबित हो रही है SDRF. आज जब सम्पूर्ण विश्व कोविड संकट काल से गुजर रहा है जहां कोविड प्रहार से मानव को अनेक पहलुओं में जीवन संकट से रूबरू होना पड़ रहा है, कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर, कहीं हॉस्पिटल बेड, शव दाह संस्कार , तो कहीं संक्रमित को प्लाज़्मा की आवश्यकता, जहां कोविड के इस अदृश्य प्रहार में उत्तराखंड पुलिस का मिशन हौसला एक संजीवनी का कार्य कर रहा है, वहीं खाकी के ह्रदय के रूप में पहचान बना चुकी SDRF उत्तराखंड पुलिस मानवीय एवं सामाजिक कार्यों से अनेक उदाहरण पेश कर पथ पर्दशक का कार्य कर रही है. जिस कड़ी में पूर्व में SDRF के कार्मिकों द्वारा सामूहिक रूप से अपना ऐंटीबॉडी टेस्ट कराया था जिसका उद्देश्य आवश्यकता होने पर जरूरतमंद को प्लाज़्मा प्रदान कर जीवन को सुरक्षित किया जा सके.
आज जब एक वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से सहायक सेनानायक SDRF अनिल शर्मा को सन्देश प्राप्त हुआ कि दून हॉस्पिटल में राजेन्द्र प्रसाद जिनकी उम्र 65 वर्ष है जिनको अति शीघ्र AB पॉजिटिव ब्लड ग्रुप युक्त प्लाज़्मा की आवश्यकता है तो SDRF ऑफिसर ने तत्काल ही सम्बंधित से सम्पर्क किया और दून हॉस्पिटल पहुँच कर प्लाज़्मा डोनेट किया, आज जब संकट की घड़ी में लोग प्लाज़्मा डोनेट करने से कतरा रहे है वही SDRF उत्तराखंड पुलिस के जांबाज ऑफिसर्स युवाओं के लिए प्रेरणा का कार्य कर रहे है, SDRF के सेनानायक नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा भी ऑफिसर्स अनिल शर्मा की प्रशंसा ऒर सराहना की एव अपने जवानों के उच्च मनोबल को ऊर्जा देते हुए कहा कि हम सौभाग्य शाली है जो ईश्वर ने किसी की जिंदगी बचाने का सौभाग्य हमे प्रदान किया।
आपको बताते चलें कि SDRF के द्वारा मेडिकल किट वितरण, कोविड संक्रमित शव दाह संस्कार, कोविड जन अवेर्नेश जैसे अनेक जन सामाजिक कार्य सेनानायक SDRF के नेतृत्व में पूर्ण किये जा रहे है जिन्हें जनसमुदाय में काफी सहारा जा रहा है।
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