हरिद्वार : महाकुम्भ में विभिन्न आश्रम व अखाड़े धार्मिक आस्था और सेवा के तरह के तरह के प्रकल्प चला रहे हैं। इसमें चंडीघाट के पास स्थित दिव्य प्रेम सेवा मिशन, विश्व शांति के लिए सवा करोड़ शिवलिंग स्थापना का अनोखा अभियान चला रहा है। मिशन से जुड़े देशभर के श्रद्धालू शिवलिंगों के निर्माण में जुटे हैं, जो सालभर तक बदस्तूर जारी रहेगा। इन शिवलिंगों को दिन में एक खास अनुष्ठान में बनाया जाता है।
मिशन के इस अभियान का दायित्व संभाल रहे बिजेन्दर का कहना है कि मिशन द्वारा वर्तमान समय में सेवा के 21 कार्यक्रम चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पैदा हुए मिशन के संस्थापक भैया जी की शिक्षा दीक्षा इलाहबाद में हुई और वे संघ के प्रचारक के रूप वे जन सेवा के अभियान में जुट गये। भैयाजी को यहां दयनीय हालात में जीर्ण-शीर्ण झोपड़ी में एक कुष्ट रोगी मिला और बस, वे उसकी सेवा में जुट गये। उसके बाद इस सेवा ने एक अभियान का रूप ले लिया। वर्तमान समय में मिशन का एक ऐसा स्कूल चल रहा है जिसमें देशभर से कुष्ट रोगियों के बच्चे पढ रहे हैं यहां उनके लिए पढ़ने से लेकर भोजन, कपड़े व रहने की सारी व्यवस्था निःशुल्क है।
इन बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है ताकि पढ़ाई के बाद वे स्वरोजगार कर स्वावलंबी बन सकें। मिशन के सूत्रों का कहना है कि वर्तमान समय में मिशन शिक्षा, स्वास्थ्य, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, गंगा सफाई अभियान, महिला स्वावलंबन सहित समाज सेवा के 21 प्रकार के क्षेत्रों में सेवा का काम कर रहा है। मिशन में समाज के अनेक प्रतिष्ठित लोगों के अलावा देश के राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोबिद जी भी संरक्षक के रूप में जुड़े हैं।