कोटद्वार । सिद्वान्तिक तौर पर महिला दिवस उन औरतों को समर्पित होना चाहिए जिन्होनें अपनी स्वतन्त्रता को साथ लेकर न केवल अपने लिए बल्कि औरों के लिए भी नए आयाम और मापदण्ड़ पेश किए और अपनी दृढ़ता गुणवता मजबूती, बहादुरी व संवेदनशीलता का प्रमाण दिया। महिला दिवस के इस महत्वपूर्ण अवसर पर दिल तो करता है हम विकासशील, प्रतिभाशाली और शक्तिशाली महिलाओं के बारे में व उनके शोर्य के बारे में चर्चा करें और आपको उनसे अवगत करवाएं जिसमें हम सब हर्षोउल्लास और उत्साह से भर जाएं।
आज हम महिला दिवस पर बात कर रहे हैं AHTU कोटद्वार में तैनात महिला कांस्टेबल अंजू रावत की । लॉकडाउन में अंजू रावत ने मां की ममता से ऊपर देश की सेवा को रखा वह कोरोना काल के पहले दिन से ही लोगों को समझाने बुझाने में लगी रही । कॉन्स्टेबल अंजू रावत ने लाकडाउन में निर्धन लोगों की बहुत मदद की अपने खर्चे से राशन दिलाना, लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाना सहित कहीं ऐसे कार्य किए जोकि आज समाज के लिए आयना है ।
महिला कांस्टेबल अंजू रावत ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार काफी गंभीर है। महिला अपराध को रोकने के लिए पुलिस भी चौकन्नी है। महिलाओं के मन से असुरक्षा की भावना दूर करना हमारी प्राथमिकता है। हमें इस तरह कार्य करना होगा जिससे छात्राएं निर्भीकता पूर्वक स्कूल, कालेज जा सके। AHTU में होने के नाते हमें हर छोटी बड़ी बात को गंभीरता से लेना पड़ेगा। अपने अच्छे कार्यों से मित्र पुलिस की अवधारणा को साबित करना ही मेरी पहली प्राथमिकता होती है ।