देहरादून । उत्तराखण्ड में तैनात एक एएसपी के जानवर प्रेम की कहानी को जब “लाइव एसकेजी न्यूज़” ने अपनी आंखों से देखा तो यह बात भी शीशे की तरह साफ हो गई कि खाकी में भी इंसानियत का वास है और उसका दिल किसी र्निजीव घायल जानवर को देखकर भी पसीज जाता है। ऐसा ही कुछ प्रेमनगर में देखने को मिला और वहां के लोगों का मानना है कि अगर हरिद्वार में तैनात एएसपी राजन सिंह सड़क पर घायल पडे़ बिल्ले को अपने घर में पालन पोषण के लिए न लाते तो वह कबका मर गया होता। खाकी का जानवर प्रेम प्रेमनगर इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और जिस बिल्ले के दोनो पैर व कमर की हड्डी टूटी हुई है उसे जिंदा रखने के लिए एएसपी राजन सिंह व उनका बेटा उसकी देखभाल में पिछले छह माह से जुटा हुआ है। हैरानी वाली बात है कि एएसपी राजन सिंह ने घायल बिल्ले का उत्तराखण्ड में इलाज कराने की कोशिश की तो पता चला कि उत्तराखण्ड में उसका इलाज नहीं है और शायद इसका इलाज पंजाब या हरियाणा में है जिसके चलते अभी यह घायल बिल्ला एएसपी राजन सिंह के घर में पल रहा है।
प्रेमनगर इलाके वासियों ने बताया कि खाकी में अगर दयाभाव देखना है तो जनपद हरिद्वार के लक्सर में तैनात एएसपी राजन सिंह के प्रेमनगर घर में देखा जा सकता है। जैसे ही इस बात की जानकारी लाइव एसकेजी न्यूज़ को हुई तो वह प्रेमनगर में एएसपी राजन सिंह के आवास पर पहुंचे और उन्होंने वहां एएसपी राजन सिंह के बेटे शरद से घायल बिल्ले के बारे में बातचीत की। शरद ने बताया कि लगभग 06 माह पूर्व उनके पिता जब हरिद्वार से देहरादून आ रहे थे तो उन्हें सडक के किनारे घायल पडा एक बिल्ला नजर आया तो उन्होंने अपनी गाडी रूकवाकर जब उनके पास पहुंचना चाहा तो वह जमीन पर रगडता हुआ आगे बढने लगा तो उसके पिता को यह आभास हुआ कि बिल्ले की दोनो टांगे टूटी हुई हैं।
शरद ने बताया कि उसके पिता सड़क से घायल बिल्ले को उठाकर घर ले आये और पहले उसके रहने का इंतजाम किया और उसके बाद उसे जानवरों के डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने बताया कि घायल बिल्ले की जहां दोनो टांगे टूटी हुई है वहीं उसकी रीड़ की हड्डी भी टूटी हुई है। एएसपी राजन सिंह के बेटे ने बताया कि उसके बाद से ही उनका पूरा परिवार घायल बिल्ले को अपने घर में परिवार के सदस्य की तरह पाल रहा है । शरद ने बताया कि घायल बिल्ले से समूचे परिवार को काफी प्रेम हो गया है और वह उसे अपने परिवार का हिस्सा मानने लगे हैं।
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