कोटद्वार । उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों ने एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। इसके बाद यूनियन के प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपकर विभाग द्वारा आगामी 18 अक्टूबर तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई करने मांग की गई । यदि 18 अक्टूबर तक मांग नही मानी गई तो वे 19 अक्टूबर से धरने पर बैठेंगे।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कोटद्वार डिवीजन के अन्तर्गत तकनीकी योग्यता धारक पम्प चालक सरप्लस होने के बावजूद पम्पों का संचालन ठेकेदारी के माध्यम से कराया जा रहा है, जो बंद होना चाहिए। वित्तीय वर्ष 2018-19 व 2019-20 के दौरान हुए नलकूप के कार्यों में लगातार दिक्कतें आ रही है, जिस कारण टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति करनी पड़ रही है, इसलिए उन कार्यों की जांच होनी चाहिए तथा विवरण संगठन को दिया जाना चाहिए। संस्थान के आला अधिकारी अपनी-अपनी इकाई व उपखण्ड कार्यालय में रहना सुनिश्चित करें ताकि जनता व कर्मचारियों की समस्या का शीघ्र निस्तारण हो सके। सुरक्षा की दृष्टि से अधिशासी अभियंता, जलकल अभियंता व सहायक अभियंता कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगवायें जायें । कर्मचारियों को मार्च 2019 से जून 2020 तक अतिरिक्त कार्य का भुगतान किया जाये, जिन कर्मचारियों की वर्दी देय है उन्हें वर्दी दी जाय। सिगड्डी पेयजल योजना के पम्प संचालक सुभाष बड़थ्वाल को विगत वर्ष जनवरी व फरवरी माह का वेतन अब तक नहीं मिल पाया है जिसे शीघ्र प्रदान किया जाये। पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विभाग द्वारा उनकी मांगों पर 18 अक्टूबर तक कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे 19 अक्टूबर से धरने पर बैठेंगे।
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