कोटद्वार / गढ़वाल : उत्तराखंड विकास पार्टी ने विधानसभा भवन के लिए रायपुर में जमीन की स्थिति का आकलन करने की खबर पर खेद जताया है।
उत्तराखंड विकास पार्टी का स्पष्ट मानना है कि इस प्रदेश की राजधानी गैरसैंण ही है और राजधानी के विषय में ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण का गजट नोटिफिकेशन जारी होने के साथ साथ गैरसैंण में विधानसभा भवन भी बन चुका है। ऐसे में यह स्पष्ट लगता है कि बाहर से आए कुछ अधिकारी और भाजपा के ही कुछ लोग मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहाड़ प्रेम की इस कथा को भटकाने की योजना बना रहे हैं।
इन अधिकारियों और भाजपा के कुछ नेताओं को यह याद रखना चाहिए कि इस उत्तराखंड का निर्माण पहाड़ की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ही हुआ है, और इन 20 सालों में 9 पहाड़ी जिलों का विकास रसातल को गया है, क्योंकि 04 मैदानी जिलों ने उनके हिस्से का बजट भी चूस लिया है।
ऐसे में आज पहले से कहीं ज्यादा आवश्यकता है कि पहाड़ को बचाने के लिए उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण हो । इसमें कोई शक नहीं है कि कुछ लोग इसे मैदान पहाड़ से जोड़ देते हैं मगर इस पहाड़ में इस प्रदेश की अधिसंख्य जनसंख्या रहती है।
देहरादून हरिद्वार और उधम सिंह नगर यद्यपि इस प्रदेश के प्रभाव वाले लोगों की स्थली है या यह कहें कि कुछ प्रभावशाली लोगो की स्थली है और यह लोग नहीं चाहते हैं कि यह राजधानी गैरसैंण जाए, इसलिए वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की महत्वकांशी योजना को सफल होते नहीं देख सकते हैं। इस प्रदेश की जनता का यह मानना है कि राज्य अमर शहीदों और बाबा मोहन उत्तराखंडी को सच्ची श्रद्धांजलि राजधानी गैरसैंण बना कर ही दी जा सकती है।
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