कोटद्वार / गढ़वाल : जैव विविधता एवं पर्यावरण समिति नगर निगम कोटद्वार के डायरेक्टर विपिन डोबरियाल द्वारा बताया गया कि नदियों में अवैध खनन से करोड़ों रुपयों की जैव विविधता खत्म हो गई है साथ ही साथ नदी किनारे बसे लोगों की जानमाल का खतरा भी बढ़ गया है । नदी के किनारे सिंचाई विभाग की दीवारें व स्टेडियम की दीवारें भी खतरे की जद में आ गईं है।
पहले भी कोटद्वार में अवैध खनन के कारण रेलवे पुल टूट गया था, जिससे सीमाओं से कोटद्वार आने वाले सैनिक भाइयों को कई मुसीबतें झेलनी पड़ी थी। समिति द्वारा किये गए निरीक्षण के आधार पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में कम से कम 50 करोड़ के मुआवजे के लिए वाद दाखिल करने के सम्बंध में समिति के सदस्यों से विचार विमर्श चल रहा है।
विपिन डोबरियाल ने कहा कि कोटद्वार को किसी भी कीमत पर अवैध खनन माफियाओं और उन्हें प्रश्रय देने वाले अधिकारियों का स्वर्ग नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में इस नुकसान की भरपाई इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों से वसूलने के लिए भी वाद दाखिल किया जाएगा।
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