बीते एक माह से था नारायणबगड़ क्षेत्र के गांवों में आतंक
अब तक दो मासूम बच्चों को बना चुका था अपना निवाला
थराली/ नारायणबगड़ / चमोली । पिछले दस दिनों की लंबी जदोजहद के बाद आखिरकार शिकारीदल आदमखोर गुलदार को मारने में कामयाब हो ही गए। इसी के साथ बीते एक माह से नरभक्षी गुलदार के आतंक के साये में जी रहे कुलसारी-हरमनी क्षेत्र के ग्रामीणों को राहत मिल गई है।
वन क्षेत्राधिकारी जुगलकिशोर चौहान ने बताया किशुक्रवार शाम 7.25 बजे शिकारीदल जब गुलदार के मूवमेंट की रैकी कर रहा था, तो अचानक आदमखोर गुलदार आ धमका।पहले से ही घातलगाकर बैठे शिकारी दल ने बिना समय गंवाए नरभक्षी गुलदार को निशाने पर लेकर ढेर कर दिया। बताया कि आदमखोर गुलदार ने 29 जून को गैरबारम गांव के हरिढोन तोक में जहां 12 वर्षीय बालिका को अपना शिकार बनाया था, उससे कुछ ही दूरी पर उसे ढेर कर दिया गया।
बताया गया कि शिकारी लखपतसिंह रावत और उनके पुत्र अजय रावत तथा पौडी के जाँय हुकिल ने एक साथ गुलदार पर फायर झोंका लेकिन ये मालूम नहीं हो पाया कि गुलदार किसकी गोली का शिकार हुआ । रेंजर चौहान ने बताया कि आदमखोर गुलदार मादा थी, और उसकी उम्र तकरीबन 6-7 साल की हो सकती है।
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